AFC Asian Cup 2019 : अनुभव और युवा जोश से लबरेज भारतीय फुटबॉल टीम, छेत्री पर रहेंगी निगाहें

Published on: Jan 3, 2019 5:13 pm IST|Updated on: Jan 12, 2019 3:43 pm IST

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5 जनवरी से एएफसी एशियन कप शुरू हो रहा है. यूएई इस बार एशियन कप की मेजबानी कर रहा है. भारतीय फुटबॉल टीम में भी इसमें हिस्सा लेने जा रही है. आठ सालों के बाद ब्लू टाइगर्स यानि भारतीय टीम ने क्वालीफाई किया है. सुनील छेत्री के लिए ये टूर्नामेंट काफी स्पेशल है. क्योंकि हो सकता है ये उनका आखिरी टूर्नामेंट हो.

भारतीय टीम के लिए सुनहरा अवसर

भारत  के लिए ये एक सुनहरा मौका है. कि एशियाई चैंपियन बनकर कम से कम फीफा कन्फेडरेशन कप में हिस्सा लें. हालांकि, ये बहुत मुश्किल है. इसके लिए टीम सर्वश्रेष्ठ से भी बेस्ट प्रदर्शन करना होगा. जापान और साउथकोरिया जैसी टीमों से पार पाना छेत्री सेना के लिए आसान नहीं है.

 

45 साल के सूखे को खत्म कर पाएगी टीम

आपको बता दें, भारतीय टीम 45 सालों से दूसरे राउंड में भी नहीं जा सकी है. खैर, भारत को मेजबान यूएई, थाईलैंड और बहरीन के साथ ग्रुप ए में रखा गया है. यहाँ से दो बेस्ट टीमें दूसरे राउंड के लिए आगे जाएंगी.

भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा सिर्फ यूएई ही है. क्योंकि फीफा रैंकिंग में भी ये टीम भारत से 18 स्थान उपर 78वें नंबर पर है. वहीं, भारत 97वें स्थान पर काबिज है. थाईलैंड की टीम का स्थान फीफा रैंकिंग में 118 तो बहरीन का 123 रैंक है.

 

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कब है भारत का मुकाबला?

भारत का पहला मैच थाईलैंड के साथ है. 6 जनवरी को दोनों टीमें भिड़ेंगी. इसके बाद 10 जनवरी को छेत्री सेना मेजबान यूएई के खिलाफ खेलने उतरेगी. जबकि 14 को टीम बहरीन से भिड़ने वाली है.

कैसी है इस बार की भारतीय टीम ?

सुनील छेत्री की अगुवाई वाली इस टीम में अनुभव और युवा जोश का मिश्रण है. लेकिन, दिक्कत इस बात की है कि हमारे अनुभवी खिलाड़ी अनस एडाथोडिका, संदेश झिंगन, जेजे, शुभाशीष बोस जैसे खिलाड़ी फॉर्म में नहीं है. वहीं, डिफेंडर प्रीतम कोटाल, उदांता सिंह ने इंडियन सुपर लीग में अपने खेल से प्रभावित किया है.

 

मिडफील्डर उदांता सिंह ने तो तीन गोल मारे थे. लेफ्ट विंगर के रूप में हालिचरन नरजारी होंगे. मगर, हालिया फॉर्म देखें तो उन्हें आइएसएल में संघर्ष करते देखा गया था. हाँ, आशिक कुरूनियन ने जरूर अच्छा प्रदर्शन किया है. मगर, शायद ही उन्हें खेलने को मिलें.

भारत की डिफेंस कमजोर

संदेश झिंगन और अनस का फॉर्म भारत को हार की तरफ ले जा सकता है. युवा नारायण दास और प्रीतम कोटाल से बहुत उम्मीदें हैं. जबकि सेंट्रल डिफेंस में शुभाशीष बोस और एडाथोडिका में से किसी एक को चुनना होगा.

फॉरवर्ड में छेत्री के साथ कौन?

अक्सर, हमलोगों ने देखा है कि कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने 4-4-2 के लाइनअप के साथ खिलाड़ियों को मैदान में उतारा है. ऐसे समय में जब आपके जेजे लालपेख्लुआ से गोल नहीं दग रहे हों. तो वहां, भारत के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है. सुमीत पासी और बलवंत सिंह आइएसएल में फींके साबित हुए हैं.

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