AUS VS IND : हार की दहलीज पर कंगारू, जीत से छह विकेट दूर टीम इंडिया

Published on: Dec 9, 2018 4:37 pm IST|Updated on: Dec 9, 2018 7:40 pm IST

Get daily updates from India Fantasy on Telegram

रविवार को एडिलेड में चल रहे भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया में मेजबान टीम के सामने उसकी टीम के चार विकेट निकालकर पहले टेस्ट मैच में जीत की उम्मीदों को बरकरार बनाए हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया 323 रनों  के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 104 रन बना पाई.   उसे जीत के लिए अब भी 219 रनों की दरकार है.

 

हार की दहलीज पर ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया टीम के शॉन मार्श 31 और ट्रेविस हेड 11 रनों की नाबाद पारी खेली. लेकिन आखिरी दिन के मैच में ऑस्ट्रेलिया को जीत हासिल करने के लिए 219 रन और बनाने हैं और उसके हाथ में छह विकेट शेष हैं.

वहीं भारतीय टीम से शमी और अश्विन ने दो-दो विकेट चटकाए और भारत ने अपनी दूसरी पारी में 307 रन बनाए. भारत का स्कोर और भी अधिक हो सकता था, लेकिन नॉथन लॉयन के चटकाए छह विकेटों से भारतीय पारी उम्मीद से काफी पहले ही सिमट गई.

 

पुजारा और रहाणे की शानदार साझेदारी

भारत ने अपनी पारी में तीन विकेट पर 151 रन से आगे खेलना शुरू किया. पुजारा और रहाणे ने चौथे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी करके ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण को बैकफुट पर रखा. पहली पारी में शतक जड़ने वाले पुजारा ने दिन के शुरू में ही दो चौके लगाकर खेल की शुरुआत की.

इसी बीच लॉयन के 74वें ओवर में रहाणे को शॉर्ट लेग पर फिंच की कैच की अपील पर अंपायर ने आउट करार दिया, लेकिन थर्ड अंपायर ने रहाणे के पक्ष में फैसला दिया. मिशेल स्टॉर्क की गेंद के साथ 81वां ओवर में पुजारा ने दो चौके जड़े, तो स्टॉर्क के अगले ओवर में भी पुजारा ने दो बाउंड्रियां हासिल कीं.

 

बहरहाल, 87वें ओवर में लॉयन के तीखे घुमाव और उछाल ने पुजारा की शानदार पारी का अंत कर दिया. लेकिन आउट होने से पहले पुजारा ने रहाणे के साथ चौथे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी कर भारतीय पारी को अच्छी मजबूती प्रदान की. इन दोनों ने 30.5 ओवरों में 87 रन की साझेदारी 2.85 रन प्रति ओवर की दर से निभाई.

रहाणे ने भी दिखाया दम

पहली पारी में नंबर पांच पर आउट होने के बाद दूसरी पारी में रहाणे ने मैच में बेहतर करने का दबाव था. और रहाणे का अर्धशतक इससे बेहतर समय पर काम नहीं आ सकता था.

टीम इंडिया को जरूरत थी और उन्होंने पुजारा के साथ मिलकर सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी की. और टीम इंडिया का मेजबानों पर शिकंजा कसने में अहम योगदान दिया.

Previous Article
Next Article