Published on: Mar 8, 2019 6:10 pm IST|Updated on: Mar 8, 2019 6:27 pm IST
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज़ का तीसरा वनडे मैच रांची में खेला जा रहा है. जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत को 314 रनों का लक्ष्य दिया. लेकिन एक समय जब कंगारू सलामी बल्लेबाज़ आरोन फिंच और उस्मान ख्वाज़ा खेल रहे थे तो लग रहा था टीम का स्कोर 350 के पार जायेगा. हालाँकि ऐसा कुछ नहीं हुआ.
ख्वाज़ा और फिंच के बीच 193 रनों की साझेदारी होने के बाद कुलदीप ने फिंच को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया. इसके बाद मैदान में ग्लेन मैक्सवेल ने आते ही तूफानी अंदाज़ में मैदान के चारों तरफ बड़े-बड़े शॉट्स लगाने शुरू कर दिए. तभी विकेट के पीछे खड़ें एमएस धोनी ने ऐसा कमाल दिखाया कि मैक्सवेल की Well पारी समाप्त हो गई और अपने घरेलू मैदान में माही हीरो बन गये.
दरअसल ऑस्ट्रेलियाई पारी के 42वें ओवर की आखिरी गेंद थी और ‘कुलचा’ टीम के मेंबर कुलदीप यादव गेंदबाज़ी कर रहे थे. तभी शॉन मार्श ने कवर्स की दिशा में एक शानदार शॉट मारा. लेकिन सर जडेजा ने कमाल की Fielding करते हुए गेंद को तेज़ी से पकड़ा और चीते जैसी फुर्ती से धोनी को थ्रो किया. मगर जल्दबाज़ी में उनकी थ्रो स्टम्पस पर नहीं लग रही थी और गेंद विकेटों के ऊपर से जाती दिख रही थी. तब ही धोनी ने गेंद को फुटबॉल में गोल करने वाली कला ‘टच’ की तरह बस अपने हाथों से हल्का सा टच करके स्टंप्स की ओर दिशा दी. जिससे मैक्सवेल चलते बने.
When Jadeja’s rocket arm meets Dhoni’s guile https://t.co/k38kmlGUAq #BCCI— Aakash Biswas (@aami_aakash) March 8, 2019
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— Aakash Biswas (@aami_aakash) March 8, 2019
जिसके बाद मैक्सवेल, कॉमेंटेटर, फील्डर और अंपायर तक को ये समझ नहीं आया कि आखिर किस तरह से धोनी ने इतनी फुर्ती और समझदारी दिखाकर मैक्सवेल को चलता कर दिया.
भारत के नज़रिये से ये विकेट इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि मैक्सवेल उस समय क्रीज़ पर महज़ 31 गेंदों में 47 रन बनाकर खेल रहे थे. वो तब तक 3 छक्के और 3 चौके भी जमा चुके थे. जिसके बाद मैच भारत की ओर झुक गया और वो पांच विकेट के नुक्सान पर 313 रन बना पाई. भारत को सीरीज़ पर कब्ज़ा करने के लिए 314 रनों का लक्ष्य मिला है.