Published on: Mar 12, 2019 5:45 pm IST|Updated on: Mar 12, 2019 5:50 pm IST
पिछले एक दशक में सचिन और धोनी की लोकप्रियता के अलावा किसी चीज में गिरावटें नहीं आई है, तो वो IPL का रोमांच है. IPL दुनिया का सबसे चर्चित टूर्नामेंट है. हर खिलाड़ी का सपना इस टूर्नामेंट में खेलने का होता है. मनोरंजन और ग्लैमर के चकाचौंध ने आईपीएल को पूरे विश्व में मशहूर कर दिया है.
एक बार फिर 23 मार्च से क्रिकेट के सबसे बड़े मंच पर सभी टीमें टकराने को तैयार है. बीते 11 सीजन में दर्शकों ने IPL में कई अच्छे-बुरे पल देखे. कई ऐसी घटना हुई, जिसकी उम्मीद न थी. बहरहाल, आज हम आपको अपनी इस स्टोरी में बताने जा रहे हैं उन तीन दिलचस्प तथ्यों के बारे में जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे.
कोलकाता नाईटराइडर्स आईपीएल इतिहास की ऐसी पहली टीम है, जिनके बल्लेबाज ने इस टूर्नामेंट में सबसे पहला शतक जमाया था. आईपीएल के उद्घाटन मैच में ही KKR के बल्लेबाज ब्रेंडन मैकुलम ने 158 रनों की शानदार पारी खेली थी. इस दौरान मैकुलम ने 73 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और 13 छक्के लगाए थे.
आपको जानकर हैरानी होगी कि इसके बाद से 10 सीजन खेले जा चुके हैं. लेकिन, कोई भी KKR का बल्लेबाज शतक नहीं लगा सका है. आखिरी बार साल 2014 के फाइनल मैच में मनीष पांडे ने जरूर 94 रनों की पारी खेली थी. और टीम को जीत दिलाई थी. लेकिन, वह शतक जड़ नहीं सके थे.
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35 साल के बाद किसी भी खिलाड़ी में शायद ही क्रिकेट बचता है. लेकिन, 41 साल की उम्र में प्रवीन ताम्बे ने आईपीएल में डेब्यू ही किया था. 2013 के आईपीएल सीजन में प्रवीन ताम्बे को राजस्थान रॉयल्स ने अपनी टीम में शामिल किया था.
इसके बाद चैंपियंस लीग में इस गेंदबाज ने महज 5 मुकाबलों में 12 विकेट लेकर सभी को हैरान कर दिया था. प्रवीन ताम्बे के नाम एक आईपीएल में हैट्रिक भी दर्ज है.
इस बात में कोई संदेह नहीं कि धोनी जैसा कप्तान सदियों में एक होता है. धोनी की चतुरता और तेज दिमाग की दुनिया दीवानी है. यही वजह है कि देश के लिए उन्होंने तीन-तीन आईसीसी के खिताब जीते. साथ ही तीन आईपीएल ट्रॉफी भी अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को दिलाया है.
रोहित शर्मा और धोनी आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हैं. लेकिन, सच्चाई ये भी है कि धोनी आठ बार आईपीएल फाइनल के हिस्सा रहे हैं. और सिर्फ तीन मौकों पर ही जीत हासिल किये हैं. यानी 5 फाइनल धोनी हारे हैं.