AUS vs IND : इस बार मैदान पर जुबानी जंग नहीं करेंगे कप्तान विराट कोहली

Published on: Dec 2, 2018 12:34 pm IST|Updated on: Dec 3, 2018 3:24 pm IST

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भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच शुरू होने वाली एडिलेड टेस्‍ट सीरीज में महज अब चार दिन बचे हैं. और दोनों टीमों ने अपनी कमर कस ली हैं. लेकिन, शुरू होने वाली इस सीरीज में सबकी नजर दोनों टीम की आक्रमकता पर रहने वाली हैं जहाँ,ऑस्‍ट्रेलियाई टीम मैच के दौरान काफी आक्रामक हो जाती है.  तो वहीं,कप्‍तान विराट कोहली के पिछले ऑस्‍ट्रेलियाई दौरे को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है| कि इस मामले में टक्‍कर बराबर की होगी. हालांकि, कप्‍तान कोहली ने इस बात से इंकार किया है. उनका मानना है कि पिछले दौरे की तुलना में अब वह ज्‍यादा परिपक्‍व हो गए हैं. उन्‍हें इस टेस्‍ट सीरीज में विपक्षी टीम के किसी भी खिलाड़ी से भी भिड़ने की कोई जरुरत नहीं हैं.

अनुभवों से बहुत कुछ सीखा

30 साल के विराट पिछले दौरों पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से स्लेजिंग या छींटाकशी में भिड़ गए थे| अब भारतीय कप्तान ने कहा है कि उन्होंने बीते अनुभवों से सीख ली है और उन्हें सीरीज के दौरान इस तरह की किसी घटना की उम्मीद नहीं है.

कब-कब  हुआ विवाद

कोहली अपनी बेहतरीन बल्‍लेबाजी के अलावा अपने आक्रामक रवैये के लिए भी मशहूर हैं. ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली दो भीड़त में उनका आक्रामक रवैया मैदान पर आमने आया था. सबसे पहली बार 2014, 2015 में वह आक्रामक हो गए थे. और उसके बाद घेरलू मैच में वह ऑस्‍ट्रेलियन खिलाडि़यों से भिड़ गए थे.

2017 में स्मिथ से हुआ था विवाद

2017 में बेंगलुरु टेस्‍ट के दौरान जब ऑस्‍ट्रेलिया के पूर्व कप्‍तान स्‍टीव स्मिथ ने उमेश यादव की गेंद पर एलीबडब्‍लू होने के बाद डीआरएस लेने के लिए ड्रेसिंग रूम में बैठे स्‍टाफ की मदद के लिए इशारा किया.  तो कोहली ने उन्‍हें धोखेबाज कहा, जिसके बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ गया और मैदान पर ही जुबानी जंग शुरू हो गई.  क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया के प्रमुख जेम्‍स सदरलैंड भी इसमें कूद पड़े थे.  इसके बाद रांची में कोहली को कंधें में चोट लग गई, जिसका ऑस्‍ट्रेलियाई टीम ने जमकर मजाक बनाया. ग्‍लेन मैक्‍सवेल ने तो उनके इस चोट की नकल भी कर डाली थी.

 

अब ज्यादा आत्मविश्वास

कोहली ने ‘मैक्वारी स्पोर्ट्स रेडियो’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पिछली बार की तुलना में मैं अब ज्यादा आत्मविश्वास से भरा हूं, मुझे किसी को भी कुछ साबित करने की जरूरत नहीं दिखती, इसलिए मुझे विरोधी टीम के किसी खिलाड़ी से किसी तरह से भिड़ने की जरूरत नहीं है. और मुझे लगता है कि जैसे-जैसे आप आगे की और बढ़ते हैं, इस तरह के बदलाव आते रहते हैं.”

 

 

 

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